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आजमगढ़। गाजीपुर जिले के माफिया मुख्तार अंसारी से आजमगढ़ जिले की पुलिस को भी अपने सवालों का जवाब लेना है। पुलिस इस इंतजार में है कि जैसे ही मुख्तार पंजाब प्रदेश से यूपी के बांदा जेल में शिफ्ट होगा। वैसे ही पुलिस कोर्ट से वारंट बी के तहत पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी। पुलिस मुख्तार अंसारी से पूछताछ करके साल 2014 में तरवां थाना क्षेत्र में हुई एक मजदूर की हत्या की गुत्थी सुलझाना है।
छह अक्तूबर 2014 को तरवां थाने के गाजीपुर बार्डर पर सड़क निर्माण में लगे मजदूरों पर अंधाधुंध फायरिंग हुई थी। जिसमें एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक घायल हो गया था। इस मामले में माफिया मुख्तार अंसारी का नाम तो आया, लेकिन अभी तक उससे पूछताछ नहीं हो सकी है। जिससे हत्या का राज बरकरार है। इसी बीच मजदूर की हत्या के मामले में ही तरवां थाने में मुख्तार अंसारी, उसके गिरोह के श्यामबाबू पासी, राजन पासी, अभिषेक आदि 11 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। जिसकी विवेचना क्राइम ब्रांच के स्वाट टीम प्रभारी निरीक्षक प्रशांत श्रीवास्तव को सौंपी गई। तभी से प्रशांत आरोपितों से पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लेने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं। विवेचक प्रशांत श्रीवास्तव ने 15 फरवरी को मुख्तार को आजमगढ़ लाने के लिए गैंगस्टर कोर्ट में अपील किया। अदालत ने उसे पंजाब प्रदेश के रुप नगर जेल के अधीक्षक से जवाब मांगा था। इस दौरान जेल प्रशासन तबियत खराब होने का हवाला दिया। जिस पर अदालत ने मेडिकल रिपोर्ट तलब किया था। हालांकि पंजाब से कोई जवाब आता कि उससे पहले ही उच्च न्यायालय ने मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस को सौंपने का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश पर मुख्तार को बांदा जेल में रखा जाएगा। वहीं से संबंधित जिलों की पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया जाएगा।
स्वाट टीम प्रभारी निरीक्षक प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे ही मुख्तार अंसारी को यूपी के बांदा जेल में शिफ्ट किया जाएगा। तत्काल कोर्ट से वारंट बी के आधार पर पूछताछ के लिए मुख्तार को आजमगढ़ लाया जाएगा।
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